( उर्वशी ड्राइवर के साथ चली गई । कुछ देर बाद ड्राइवर वापस आया और उसने डाविड को अंदर बिठाया पर गाड़ी चलाने लगा । तभी ड्राइवर ने हिचकचाते हुए कहा । )
ड्राइवर : ( हिचकचाते हुए ) सर क्या मैं एक बात पूछ सकता हूं ?
डाविड : हां पूछो ना क्या हुआ ?
ड्राइवर : सर यह लड़की आपकी बहुत करीब है क्या ? मतलब आप किसी को भी अपना नंबर नहीं देते और नंबर दे भी देते हैं तो आप उससे मिलने को भी कह रहे हैं क्या हुआ ?
डाविड : मनोज जी , ऐसा कुछ भी नहीं है। दरअसल यह लड़की मेरी क्लासमेट है और ये डाविड की बहुत बड़ी फैन है। यह आज कॉलेज में भी काफी बच्चों से सिर्फ डाविड के बारे में बातें कर रही थी तो मुझे लगा इससे मिलना सही होगा। बस और कुछ नहीं ।
ड्राइवर : लेकिन सर आप हमेशा कहते हैं कि आप ऐसे किसी को भी अपने दोस्त नहीं बना सकते तो फिर आपने इसे कैसे अपने दोस्त बना लिया ?
डाविड : ( हंसते हुए ) दोस्त ये लड़की मेरी दोस्त नहीं है। यह सिर्फ एक क्लासमेट है ओर कुछ नहीं और वैसे भी मुझे उसका शुक्रिया अदा करना है ।
ड्राइवर : ठीक है
( वहीं दूसरी तरफ उर्वशी अपने कमरे में झूम रही थी और फिर अपने बिस्तरे पर लेट गई । कुछ देर बाद बच्चे भी आ गए । इसी तरह ये दिन भी बीत गया । अगले दिन उर्वशी सबसे पहले क्लास में पहोंच गई और कल की तरह पहले डेस्क पर बैठ कर रौनक का इंतजार करने लगी । धीरे - धीरे क्लास में बच्चे आने लगे लेकिन आज उर्वशी ने किसी से भी बात नहीं की और चुपचप रौनक का इंतजार करती रही उसके कॉलेज में डेस्क इतने बड़े थे कि लगभग 7 से 8 बच्चे एक डेस्क पर बैठ सकते थे और उनकी क्लास में लगभग 50 से 60 डेस्क लगे हुए थे बेशक एक डेस्क पर 7 से 8 बच्चे बैठ सकते थे लेकिन बदकिस्मती से पहले डेस्क पर कोई बैठना पसंद नहीं करता था उस पर केवल रौनक उर्वशी और उर्वशी की वजह से उसके दो से तीन दोस्त बैठे थे लेकिन आज उर्वशी ने उन्हें भी बैठने से मना कर दिया था । उर्वशी रौनक को कुछ ऐसी बात पूछना चाहती थी जो कि वह सिर्फ उससे ही पूछ सकती थी इसलिए उसने सबको मना कर दिया और सब ने भी कोई एतराज नहीं जताया क्योंकि उन लोगों के पास भी हो कैसे दोस्त थे । उर्वशी पहले डेस्क पर अकेला बैठकर रौनक का इंतजार कर रही थी क्लास शुरू होने ही वाली थी तभी उर्वशी ने उदास होकर मन में सोचा । )
उर्वशी : ( उदासी से मन में ) कहीं ऐसा तो नहीं की रौनक आज नहीं आएगा, मैं उसके चक्कर में सबसे दूर बैठी और अब वो भी नहीं आएगा , मैं तो अकेले पड़ जाऊंगी ।
( उर्वशी मन में सोच ही रही थी कि तभी क्लास में रौनक आया उसने हमेशा की तरह ब्लैक हड्डी पहनी थी और अपना चेहरा मास्क से ढक रखा था । तभी जैसी ही रौनक क्लास में इंटर हुआ । उसने देखा की पूरी क्लास भरी पड़ी थी सिवाए उर्वशी के डेस्क के अलावा उसके पास वह कोई रास्ता नहीं था इसलिए चुपचाप जाकर उर्वशी के साथ आकर बैठ गया तभी उर्वशी ने उसे जगह दी और कहा । )
उर्वशी : आज तुम बड़ी देर से आए क्या हुआ ?
रौनक : कुछ नहीं काम की वजह से रात को देर से आया इसलिए सुबह उठने में देर हो गई ।
उर्वशी : बच्चों वाले बहाने इस तरह के बहाने तो आज कल बच्चे भी नहीं देते कहां घूम रहे थे रात को ?
रौनक : ( धीरे से ) हिमाचल में !
उर्वशी : क्या ?
रौनक : ( हड़बड़ाते हुए )कुछ भी नहीं तुम्हें कुछ सुना क्या शायद तुम्हारे कान खराब हो गए हैं ?
उर्वशी : हो सकता है ? मैंने कुछ सवाल पूछा जवाब दो ।
रौनक : कुछ नहीं बस दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा था और रात को 1:00 बजे आया ।
उर्वशी : मेडिकल स्टूडेंट होने के बावजूद भी पार्टी अच्छी बात है अपनी लाइफ को एंजॉय करना सीख लिया है शायद तुमने !
रौनक : ( मन में ) लाइफ एंजॉय वह क्या होता है वो सब तो कब का भूल चुका हूं ?
( रौनक ये सब सोच ही रहा था कि तभी क्लास में टीचर आ गए। सब बच्चों ने खड़े होकर उनका वेलकम किया और फिर बैठ गए । टीचर गुस्से में लग रहे थे । तभी टीचर ने अपनी बुक्स टेबल पर रखी और जो से टेबल पर हाथ मारते हुए गुस्से में कहा । )
टीचर : ( गुस्से में चिल्लाते हुए ) इस क्लास में रौनक और उर्वशी कौन है ?
( टीचर को इस तरह गुस्से में रौनक और उर्वशी का नाम लेते हुए देखा सारे बच्चे बातें करने लगे । तभी रौनक और उर्वशी हैरानी से एक दूसरे की तरफ देखने लगे और उन्होंने खड़े होते हुए कहा । )
रौनक , उर्वशी : जी सर !
उर्वशी : सर क्या हुआ हमसे कोई गलती हुई है क्या ? आप इस तरह से गुस्सा क्यों हो रहे हैं ?
रोनक : क्या हुआ सर कुछ बात है क्या ?
टीचर : ( गुस्से में )अभी के अभी मेरे क्लास से निकल जाओ !
उर्वशी : ( घबराते हुए ) क्या ? सर आप हमें किस चीज की पनिशमेंट दे रहे हैं ?
टीचर : ( गुस्से में ) बहस मत करो और चुपचाप बाहर चले जाओ कहीं ऐसा ना हो कि मैं तुम लोगों को धक्के मार कर इस क्लास से बाहर निकाल दूं ।
रौनक : सर आप एक बार बात बता दीजिए। उसके बाद मैं खुद इस क्लास से चला जाऊंगा ।
टीचर : ( गुस्से में चिल्लाते हुए ) अभी भी तुम्हें बात बताने की जरूरत है ? कल तुमने पूरे कॉलेज के सामने इतना बड़ा तमाशा खड़ा किया और फिर अभी भी मुझसे पूछ रहे हो , चले जाओ यहां से !
( रौनक मन ही मन मुस्कुराने लगा तभी उर्वशी की आंखों में आंसू आ गए और उसने भारी आवाज में सर से कहा । )
उर्वशी : ( भारी आवाज में ) सर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था जैसा आप सोच रहे हैं वो लड़के मुझे परेशान कर रहे थे और रौनक ने मेरी मदद की थी ।
टीचर : ( गुस्से में ) बहस मत करो और चुपचाप क्लास से बाहर जाओ !
( जब रौनक और उर्वशी दोनों ही अपनी जगह से नहीं हिले तभी टीचर आया और उसने उर्वशी के बैक को उठाने की कोशिश की लेकिन इससे पहले की टीचर कुछ कर पाते रौनक ने टीचर का हाथ पकड़ा और उसे दूर करते हुए कहा । )
रौनक : ( गुस्से में ) बस बहुत हो गया ! आप तमीज भूल रहे हैं तो मैं भी तमीज याद नहीं रखूंगा उर्वशी चलो मैं सारा मामला संभाल लूंगा ।
उर्वशी : लेकिन रौनक !
रौनक : उर्वशी भरोसा रखो चलो !
( इतना कहकर रौनक ने अपना बैग उठाया और उर्वशी का हाथ पकड़ उसे वहां से ले गया तभी जाने से पहले रौनक ने टीचर के कान में कहा । )
रौनक : ( टीचर के कान में धीरे से ) आपने बहुत बदतमीजी कर ली अब मैं आपसे आपकी यह जोब छीन लूंगा ।
( टीचर रौनक की तरफ देखने लगे यह बात उर्वशी को सुनाई नहीं दी थी तभी रौनक को वहां से जाने लगा तभी टीचर ने उसे रोकते हुए कहा । )
टीचर : तुम कौन होते हो मुझे चैलेंज करने वाले मैं भी देखता हूं क्या कर लोगे ?
( तभी रौनक मन ही मन मुस्कुराया और वहां से उर्वशी को ले गया बाहर पहुंचते ही उर्वशी अपने चेहरे पर हाथ रख कर रोने लगी तभी रौनक ने उसे अपना रुमाल दिया और उसको संभालने को कहा । )
रौनक : उर्वशी अपने आप को संभालो ।
( तभी एक कॉलेज का कर्मचारी उनके पास आया और कहा । )
कर्मचारी : आप दोनों रौनक और उर्वशी ही है ना ।
रौनक : जी कहिए क्या हुआ ?
कर्मचारी : आपको डीन सर ने बुलाया है आप लोग उनके ऑफिस में अगले 2 मिनट में पहुंच जाइए रौनक: ठीक है हम पहुंच जाएंगे ।
उर्वशी : लेकिन हुआ क्या ?
रौनक : वह तो वहां जाकर ही पता चलेगा चलो !
( रौनक और उर्वशी डीन सर के ऑफिस में चले गए । ऑफिस में पहुंचने के बाद दोनों ने दिन सर को आदर और विनम्रता के साथ गुड मॉर्निंग कहा डीन सर की आँखों पर एक चकोर आकार का चश्मा था ।रौनक और उर्वशी को देखकर डीन सर ने अपना चश्मा ठीक किया और कहा। )
डीन: ( चिल्लाते हुए ) अंदर आ जाओ तुम्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है यहां तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता ।
( डीन के इतना कहते ही वह छे लड़के अंदर आ गए जो कल और परसों उर्वशी और रौनक को मिले थे। वह 6 डीन सर के कमरे में आ गए। तभी डीन सर ने कहा । )
डीन : क्या कल तुम दोनों ने मिलकर इन छे लड़कों को परेशान किया ?
उर्वशी : डीन सर ऐसा कुछ भी नहीं है ।
डीन : ( चिल्लाते हुए ) झूठ मत बोलो सच बताओ क्या यह लोग कल तुम लोगों की वजह से अस्पताल में नहीं थे ?क्या कल तुमने इन्हें नहीं मारा मुझे सब कुछ सच-सच जानना है कॉलेज के जूनियर स्टूडेंट्स होने के बावजूद भी तुम लोग इस तरह की हरकतें कर रहे हो शर्म आनी चाहिए तुम लोगों को !
उर्वशी : सर ऐसा कुछ भी नहीं है ।
लड़का तीन : सर ये लड़की झूठ बोल रही है इस लड़की ने हमसे भी झूठ बोला इसने हमे भी कहा था कि सुपरस्टार डेविड की गर्लफ्रेंड है ।
डीन : ( चिल्लाते हुए ) क्या यह सच है उर्वशी ऐसा कुछ भी नहीं है । सर यह लोग झूठ बोल रहे हैं ।
डीन : ( चिल्लाते हुए ) इतने सारे लोग झूठ क्यों बोलेंगे ? पूछ लो क्या इन सब में से कोई भी इस चीज को इनकार कर रहा है ?
( 6 के 6 लड़कों ने अपना सर ना में हिला दिया । तभी रौनक ने कहा । )
रौनक : मैं इनकार करता हूं। यहां पर इन छह लड़कों के साथ नहीं बल्कि उर्वशी के साथ गलत हुआ। यह 6 लड़के मिलकर उर्वशी के साथ रैगिंग करने की कोशिश कर रहे थे और रैगिंग आज की डेट में बैन है और उर्वशी ने इन लोगों की कंप्लेंट पुलिस में कर दी तो इन 6 में से कोई भी वापस नहीं आ पाएगा ।
डीन : तो अब तुम कॉलेज की पावर को चैलेंज कर रहे हो , तुम्हें क्या लगता है यह कॉलेज ऐसे ही इतना बड़ा हो गया यह कॉलेज बड़े आराम से प्रूफ कर देखा कि तुम लोगों ने ही इन लोगों के साथ गलत किया क्योंकि पिछले दो दिनों से तुम लोगों की रोज मुलाकात हो रही है जो की कॉलेज के सीसीटीवी कैमरा में कैद हो चुका है ।
रौनक : अच्छा तो फिर आप सीसीटीवी कैमरा क्यों नहीं देखते ?
डीन : तो तुम्हें लगता है मैं ऐसे ही इस पर इल्जाम लगा रहा हूं, मैने सीसीटीवी कैमरा देखा ।
उर्वशी : सर एक बार आप फिर से अच्छी हो सकता है आपको गलतफहमी हुई होगी यह लोग मुझे परेशान कर रहे थे रौनक ने तो बस मुझे बचाया और कुछ नहीं और रही बात की तो....!
( इससे पहले की उर्वशी अपनी बात पूरी कर पाती डीन ने जोर से टेबल पर अपने हाथ से मार और अपनी कुर्सी से खड़ा हो गया और गुस्से में चिल्लाते हुए बोला ।)
डीन : ( गुस्से में चिल्लाते हुए ) तो अब तुम लोगों को लगता है मुझे गलतफहमी हुई होगी और डाविड वो सुपरस्टार डाविड है और इतना ही नहीं इस मेडिकल कॉलेज के 80% के मालिक तुम इस तरह से उनका नाम नहीं ले सकती मतलब यह लोग सही कह रहे थे तुम सुपरस्टार डाविड का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही हो ।
रौनक : आपको किसने हक दिया उर्वशी से इस तरह से बात करने का ?
डीन : तो अब तुम मुझे बताओगे कि मुझे क्या करना है और क्या नहीं !
लड़का चार : सर यह लड़का बहुत बदतमीज है और इसमें बहुत अच्छी लड़ने की ताकत भी है जिसके कारण यह हम लोगों को मार रहा था और हम लोग कल ही अस्पताल से वापस भी आए हैं। सर हम चाहते हैं इसे सजा मिले । लड़का तीन:इसे नहीं इन दोनों को सर यह सब इन दोनों की मिली भगत है। कल हमारे साथ जो भी हादसा हुआ इन दोनों की वजह से हुआ । हम चाहते हैं कि इन दोनों को सजा मिले ।
डीन : ( गुस्से में ) जरूर मिलेगी। इतनी बदतमीजी करने की सजा जरूर मिलेगी मैं अभी इन दोनों को कॉलेज से 1 महीने के लिए रेस्टिकेट कर रहा हूं।
( यह सुनकर उर्वशी की आंखें भर आई और उसने लगभग रोते हुए कहा । )
उर्वशी : ( लगभग रोते हुए ) ऐसा मत कीजिए आप हमारे साथ ऐसा नहीं कर सकते , इन लोगों को पैसे चाहिए मैं दे दूंगी ।
डीन : तो फिर तुम सुपरस्टार डाविड का नाम गलत तरीके से क्यों इस्तेमाल कर रही हो? तुम्हें किसने हक दिया कि तुम उनको बर्बाद कर सकती हो , तुम्हें उसकी सजा मिले ना मिले लेकिन सुपरस्टार डाविड को परेशान करने की सजा जरूर मिलेगी ।
( इतना कह कर डीन ने अपनी टेबल के दराज से कुछ कागज निकले वह कागज रस्टीकेशन सर्टिफिकेट थे जैसे ही डीन ने उस पर लिखने की कोशिश की रौनक ने डीन के हाथों से दोनों पेपर छीन लिए और उन्हें फाड़कर डीन के मुंह पर मरते हुए कहा । )
रौनक : सोचना भी मत तुम हमारा फ्यूचर पर बर्बाद नहीं कर सकते।
डीन : बदतमीज मैं कुछ भी कर सकता हूं। इस वक्त मैं तुम लोगों के फ्यूचर का ही नहीं बल्कि कॉलेज का भी इंचार्ज हूं ।
रौनक : अच्छा तो फिर यहां का प्रिंसिपल कहां है ? मुझे अभी के अभी उससे मिलना है ।
डीन : ( हंसते हुए ) तो तुम्हें लगता है कि तुम प्रिंसिपल की मदद से बच जाओगे मुझे नहीं लगता। तुम लोगों ने हरकत ही ऐसी की है कि अब तुम लोगों की सस्पेंशन तो पक्की है कहीं ऐसा ना हो कि तुम लोग कॉलेज से ही निकाले जाओ ।
रौनक : प्रिंसिपल जो भी डिसीजन लेंगे वह मुझे मंज़ूर होगा ।
लड़का एक : ( हंसते हुए ) बेवकूफ हम तो थोड़े में छोड़ रहे थे और अब तुम खुद ही प्रिंसिपल के पास जाकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना चाहते हो ?
डीन : अच्छा है इन लोगों को और भी ज्यादा कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
( इतना कहकर सब लोग प्रिंसिपल के ऑफिस की तरफ निकल पड़े।
क्या रौनक का विश्वाश सही निकलेगा ?
क्या रौनक और उर्वशी बच जायेंगे ?
क्या उनके साथ न्याये होगा ?
क्या प्रिंसिपल उन 6 लड़कों को सजा देगा ?
जानने के लिए पढ़िए " दोस्ती से प्यार तक "
***Download NovelToon to enjoy a better reading experience!***
Updated 160 Episodes
Comments