उस रात, जब तीनों बच्चों को कचरे के ढेर से बचाया गया था, उनकी आँखें बदल गई थीं। पहले से ही चमकती उन आँखों में अब गहरा, रक्त-लाल रंग उभर आया था, जैसे कोई प्राचीन जादू जाग उठा हो। बूढ़ा लोग, जिसने उन्हें अपनी गोद में उठाया था, तुरंत अपनी झोंपड़ी की ओर भागा। उसकी पत्नी, माया, दरवाज़े पर खड़ी थी। जब उसने बच्चों को देखा, उसका चेहरा पहले तो आश्चर्य से भरा, फिर खुशी से खिल उठा। "लोग, ये... ये कहाँ से आए?" उसने काँपती आवाज़ में पूछा।
"कचरे के ढेर से," लोग ने जवाब दिया, उसकी आवाज़ में दर्द और दृढ़ता थी। "लेकिन ये हमारे हैं अब।" माया ने बच्चों को सीने से लगाया, और उस रात, एक टूटा हुआ परिवार फिर से पूरा हो गया।
पंद्रह साल बाद
समय बीत गया। वे तीनों बच्चे अब जवान हो चुके थे। लोग और माया ने उनके नाम रखे: क्रम, इंद्र, और काल।
क्रम: शांत, कोमल स्वभाव का। उसकी आँखों में हमेशा एक गहरी सोच तैरती थी, जैसे वो दुनिया को समझने की कोशिश कर रहा हो।
इंद्र: चतुर, हँसमुख, और हर पल मस्ती में डूबा हुआ। उसकी बातों से कोई भी हँस पड़ता था।
काल: गुस्सैल, आक्रामक, और रहस्यमयी। उसकी आँखों में एक ऐसी आग थी जो सब कुछ भस्म कर सकती थी।
तीनों अब यूवीए हाई नामक भूमिगत स्कूल में पढ़ते थे, जहाँ बचे हुए इंसानों को "द पाथ" की कला सिखाई जाती थी। ये स्कूल धरती की गहराइयों में बना था, जहाँ परजीवियों की छाया भी नहीं पहुँच सकती थी।
एक दिन, स्कूल जाते वक्त, एक सहपाठी ने उत्साह से कहा, "सुनो, आज सभी बच्चों का पाथ एक्टिवेशन है! अगर हमारा पाथ अटैक सफल रहा, तो हम ऊपरी धरती पर मिशन के लिए जा सकेंगे। सोचो, सूरज को देखने का मौका!"
काल ने ठंडे, आत्मविश्वास भरे अंदाज़ में कहा, "मेरा पाथ अटैक टाइप तैयार है। जो आएगा, राख हो जाएगा।"
हर बच्चे का पाथ एक ग्रेड से मापा जाता था: A, B, C, D।
A: सबसे शक्तिशाली, जो दुनिया को हिला सकता था।
D: सबसे कमज़ोर, सामान्य शक्तियों वाला।
लोग, जो अब इन बच्चों का पिता था, एक लेवल 9 योद्धा था, लेकिन उसका पाथ ग्रेड C था—औसत। फिर भी, उसने अपनी ज़िंदगी इन बच्चों को समर्पित कर दी थी।
पाथ एक्टिवेशन
अचानक, स्कूल के मैदान में लगे माइक्रोफोन से एक गहरी आवाज़ गूँजी:
"सभी बच्चे तुरंत मैदान में एकत्र हों। थोड़ी देर में आपका पाथ जाग्रत किया जाएगा।"
बच्चे उत्साह और घबराहट के मिश्रण के साथ मैदान में इकट्ठा हुए। शिक्षक, एक लंबा, गंभीर चेहरा वाला आदमी, बोला, "लाइन में खड़े हो जाओ। एक-एक करके तुम लैब में जाओगे, जहाँ तुम्हारा पाथ जाग्रत होगा।"
कुछ ही देर में, क्रम, इंद्र, और काल की बारी आई। उन्हें एक ठंडी, धातुई लैब में ले जाया गया, जहाँ दीवारें चमकती थीं और हवा में बिजली की गंध थी। मशीनें गूँज रही थीं, और बीच में एक विशाल, चमकता हुआ गोला था—पाथ एक्टिवेटर।
जैसे ही मशीन चालू हुई, एक तेज़, अंधा कर देने वाली रोशनी फैली। तीनों बच्चों की धड़कनें तेज़ हुईं, जैसे उनके सीने में आंधी चल रही हो। हवा में बिजली चटक रही थी, और उनके शरीर काँप रहे थे। दस मिनट बाद, मशीन शांत हुई।
शिक्षक ने गहरी साँस लेते हुए कहा, "बधाई हो, तुम तीनों ने अपना पाथ हासिल कर लिया है। और... ये पाथ कुछ खास हैं।"
क्रम: इनफर्नो किंग
पाथ ऑफ इनफर्नो किंग
क्रम अब आग का स्वामी था। उसकी उंगलियों से काली आग निकलती थी—ऐसी आग जो पत्थर को पिघला दे, हवा को भस्म कर दे। उसका शरीर गर्मी और विनाशकारी ज्वालाएँ पैदा कर सकता था। उसकी आँखों में लाल चमक थी, जैसे कोई प्राचीन ड्रैगन जाग उठा हो। लेकिन क्रम का दिल शांत था—वो अपनी ताकत को सिर्फ़ ज़रूरत पड़ने पर इस्तेमाल करना चाहता था।
इंद्र: मेटल मास्टर
पाथ ऑफ मेटल
इंद्र धातु का जादूगर था। वह हवा से तलवारें, भाले, और ढाल बना सकता था। उसकी उंगलियाँ हिलतीं, और ज़मीन से धातु उभर आती—चाहे साधारण लोहा हो या दुर्लभ मिथ्रिल। उसकी ताकत हर पल बढ़ रही थी, और उसका हँसमुख स्वभाव उसकी लड़ाई को और भी खतरनाक बनाता था। "क्यों डरना?" वो हँसते हुए कहता, "जब मेरे पास पूरी धातु की सेना है!"
काल: डेथ लॉर्ड
पाथ ऑफ डेथ
काल का पाथ सबसे भयानक था। वह डोमिया बना सकता था—अपनी आत्मा का एक हिस्सा किसी और के शरीर में डालकर उसे कठपुतली बना देता था। वह दुश्मनों की आत्मा की ऊर्जा चुरा सकता था, उन्हें कमज़ोर करके अपनी ताकत बढ़ाता था। उसकी आँखों में मृत्यु की ठंडक थी, और उसकी मुस्कान में एक क्रूरता। "जो मुझसे टकराएगा, वो सिर्फ़ लाश बनेगा," उसने एक बार ठंडे लहजे में कहा।
एक नई ताकत
तीनों पाथ अलग थे, लेकिन एक-दूसरे के पूरक।
क्रम का इनफर्नो: आग का तूफान, जो सब कुछ जला दे।
इंद्र का मेटल: रक्षा और हमले का अटूट हथियार।
काल का डेथ: आत्मा और मृत्यु का स्वामी, जो दुश्मन को भीतर से तोड़ दे।
ये तीनों अपनी उम्र के बच्चों से कई गुना ज़्यादा ताकतवर थे। लेकिन उनके सामने एक सवाल था—क्या वे अपनी ताकत का इस्तेमाल ऊपरी धरती को वापस जीतने के लिए करेंगे, या उनके पाथ उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर देंगे? लोग, जो अब भी उनकी हर कदम पर नज़र रखता था, जानता था कि ये बच्चे सिर्फ़ योद्धा नहीं—ये मानवता की आखिरी उम्मीद थे।
उस रात, लोग ने तीनों को अपने पास बुलाया। उसकी पुरानी आँखों में चमक थी। "तुम्हारा पाथ तुम्हारी ताकत है, लेकिन ये तुम्हारी ज़िम्मेदारी भी है। ऊपरी दुनिया में परजीवी इंतज़ार कर रहे हैं। और वो मास्क मैन... वो अभी भी कहीं है। तुम तैयार हो?"
तीनों ने एक-दूसरे को देखा। क्रम ने सिर हिलाया, इंद्र ने मुस्कुराया, और काल ने अपनी मुट्ठी कसी।
"हम तैयार हैं," काल ने कहा, उसकी आवाज़ में आग थी।
एक नया युद्ध शुरू होने वाला था। और इस बार, द पाथ सिर्फ़ रास्ता नहीं था—ये उनकी नियति थी।
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