रेवान का जाना

राठौर पैलेस राजेश राठौर हाथ में न्यूज़पेपर लिए हॉल में बैठे थे। उनकी निगाहें अखबार पर थीं, लेकिन दिमाग कहीं और उलझा था। सामने बैठी अनिका जिसने, सफेद सिल्क के सूट पहना हुआ था,  उन्हें गौर से देख रही थीं।

अनिका ने राजेश के हाथ से न्यूजपेपर छीन ते हुए कहा "क्या हुआ राज तुम इतने चुप क्यू हो क्या तुम कल रात के बारे में सोच रहे हो? राजेश ने गहरी सांस लेते हुए कहा " अनिका बच्चो ने जो किया उनकी मर्जी से किया i am sure रेवांश अकेले ये सब नही कर सकता उसके साथ रिवान भी शामिल था और दूसरी बात की रिवाँश कल रात से घर नहीं आया उसका फोन भी बंद है ।

क्या मतलब है आपका वो घर में नही है तो कहां है ", अनिका ने हैरानी से पूछा।

उसी समय उसकी नज़र स्टार्स से नीचे आ रहे रेवान पर गई वो अपना लगेज लेकर नीचे आ रहा था ।

रियान ये तुम लगेज लेकर कहां जा रहे हो ", अनिका ने उसके पास आते हुए कहा। उसी के साथ राज भी आया।

रेवान ने उन दोनो को देखा और फिर गहरी सांस लेते हुए कहा ", में अमेरिका जा रहा हु

पर क्यू ", रेजेश ने पूछा।

डैड मेने पहले ही आप से कहा था मुझे शादी में कोई इंट्रेस्ट नहीं है और आपको ये भी पता है की मेने शादी के लिए क्यू हां की आपने मुझे मेरे ड्रीम प्रोजेक्ट से दूर रखने की कोशिश की लेकिन अब नही मेने अब शादी भी कर ली उससे कोई फर्क नही पड़ता मेरी शादी किस्से हुई हैं सो मुझे जाने दीजिए।

रीवान ने कहा और बाहर की और जाने लगा तभी अनिका ने उसका ट्रॉली बैग पकड़ते हुए कहा ", रीवान ये तू क्या कर रहा है तू  चला जायेगा तो तेरी बीवी का क्या होगा।

मेने नही कहा था मां की मेरी शादी करवाई आपने करवाई अब आप झेलिए उस मुसीबत को वैसे भी रात से रो ही रही है सारे कान खराब करदिए मेरे ", रीवान ने अनिका से ट्रॉली बैग वापस खींचते हुए कहा

अनिका ने फिर से बैग खींचने की कोशिश की लेकिन रेवान ने वापस छीन लिया

इसी झपटा झपटी में राजेश की नजर रिधा पर गई जो सीढ़ियों से नीचे आते हुए सब सुन और देख रही थी

ठीक है अगर तुम अमेरिका जा रहे हो तो रिधा को भी ले जाओ ", राजेश ने सख्ती से कहा

बेटा जल्दी आओ राजेश ने रिधा का हाथ पकड़ कर रेयान के साइड लाते हुए कहा।

व्हाट में और भी इस कार्य बेबी के साथ नेवर आप को होश भी है डैड आप क्या बोल रहे हो मुझे इसकी शक्ल नही देखनी और आप इसे मेरे साथ ले जाने की बात कर रहे हो ", रेवान ने रिधा को घुस्से से घूरते हुए कहा।

रिधा जो पहले से ही हैरान और उदास थी रेवान रीवान की बात सुनकर उसकी आंखों में पानी आने लगा।

मेरा इस लड़की से कोई वास्ता नही है तो प्लीज आप अपना और इस लड़की दोनो का टीम बर्बाद मत कीजिए और मुझे जाने दीजिए। रेवान ने कहा।

कहा जाने की बात हो रही है रेवान ", बाहर से अंदर आ राहे रीवांश ने पूछा उसका कोट उसके हाथ में था आंखे लाल हो चुकी थी जो ये साफ दिखा रही थी की वो रात भर सोया नही।

में अमेरिका जा रहा हूं आपको इससे कोई दिक्कत ", रेवान ने झलाते हुए कहा वो परेशान हो चुका था एक ही सवाल को सुनकर।

और किस लिए क्या में जान सकता हूं ", रेवांश ने उसे घूरते हुए पूछा।

आपको इससे क्या लेना भाई मुझे जहां भी जाना हो प्लीज हटिया रास्ता छोड़िए रेवान ने कहा और ट्रॉली बैग को वही छोड़ बाहर की और चला गया उसे एक बार भी पीछे पलट ने की कोशिश नही की।

अब हॉल में राजेश अनिका रेवांश और रीधा ही बचे थे।

अनिका ने रीधा को देखा जो नीचे सर किए खड़ी अपने हाथों को आपस में उलझाने में लगी थीं।

रीधा तुम बुरा मत मानना वो ऐसा ही है थोड़ा ", वो आगे कुछ कहती उससे पहले ही रीधा बोल पड़ी ", इससे क्या फर्क पड़ता है आंटी  उसकी आवाज में बेरूखी थीकोन केसा है जिससे सारी उम्मीदे

थी उसने तो कल ही सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया वो ये सब रेवांश की और देखते हुए बोल रही थी।

लेकिन रिवांश ने उसे नजर उठा कर भी नही देखा

क्या आप सबने ब्रेकफास्ट कर लिया है रेवांश ने रीधा की बातों को नजरंदाज करते हुए पूछा।

नही अभी तक तो नही ", अनिका ने जवाब दिया।

तो आप किस का वेट कर रहे हो आप सब में बस अभी अपनी बीवी के साथ फ्रेश होकर आता हु आप डाइनिंग टेबल रेडी करवाए रेवांश ने कहा और सीढ़ियों से होते हुए थर्ड फ्लोर पे आया जहां सिर्फ दो रूम बने थे और साइड मे एक जिम।

रेवांश लेफ्ट साइड वाले रूम में एंटर करता है जो उसी का था

रेवांश ने कमरे का दरवाज़ा खोला उसने अपनी नजरे पूरे कमरे में घुमाई कमरा बिलकुल वैसा ही था जैसा उसने कल रात छोड़ा था फूलों से सजा बेड बुझी कैंडकेस और अवया जो इस वक्त फ्लोर पर सो रही थी शायद कल रात वो एसे ही रोते हुए सो गई थी उसे देख रेवांश की आंखे ठंडी हो गई  ", कये लड़की अभी तक सो रही हैं क्या इसे नही पता अब इसकी शादी हो चुकी है ",, रेवांश ने अव्या को घूरते हुए कहा और भी उसने साइड टेबल पर रखा सारा पानी अव्य पर उड़ेल दिया।

जेसे ही सारा पानी अव्या पर गिरा वो एकदम चौंक कर कर बैठ गई ", ये क्या हरकत है है यार रीधा उसने बिना देखे अपने चेहरे को साफ करते हुए कहा।

तभी उसको उसके सर में दर्द महसूस हुआ आह उसका सर ऊपर उठ चुका था ।

क्योंकि रेवांश ने उसके बालों को कस कर पकड़ रखा था ।

अगर तुम्हारी नींद पूरी हो चुकी हो तो जाकर रेडी हो जाओ ", रेवांश ने कहा और जोर से उसे पीछे धकेल दिया जिससे अव्या पीछे की ओर तेज चीख के साथ गिर गई उसकी हातों की कुछ चूड़ियां टूट चुकी थी और वो उसके हाथ में धस रही थी। गिरते ही अव्या की रुलाई फूट गई ।

जिसे सुनने के बाद रेवांश अपनी जगह से उठते हुए कान में उंगली डालते हुए कहता है क्या तुम्हे कोई दूसरा काम नही है रोने के सिवाए स्टूपिड।

और आगे बड़ जाता है स्टडी रूम की और लेकिन जेसे ही वो वहां से जाता है आव्या अपने मुंह पर हात रख कर  भागते हुए वाशरूम में चली जाती है।

उसे अपने सिर और हाथ में बोहोत ज्यादा दर्द हो रहा था उसके हाथ में चूड़ियां पूरी धस चुकी थी क्योंकि जब रेवांश स्टडी रूम की और जा रहा था उसने अपना पैर आव्या के हाथ पर रख दिया था।

वॉशरूम में पहुंचते ही अव्या ने दरवाज़ा बंद किया और आईने के सामने खड़ी हो कर खुद को देखने लगी। उसकी आंखों से आंसू लगातार बह रहे थे, बाल बिखरे हुए थे और चूड़ियों के टुकड़ों से खून टपक रहा था। उसने धीरे से अपने हाथों को पानी से धोने की कोशिश की, पर दर्द के कारण उसका शरीर कांप रहा था।

ऐसा भी क्या किया मेने जो आप मेरे साथ ऐसा बरताव कर रहे हो उसने खुद से सवाल किया।

कुछ देर बाद

नीचे डाइनिंग एरिया में माहौल एकदम शांत था। अनिका ने नौकरों को नाश्ता लगाने का इशारा किया। राजेश कुर्सी पर बैठे अपने माथे को दबा रहे थे। तभी रेवांश और आव्या नीच आए – रेवांश ने ब्लैक business suit पहना हुआ था, उसकी आंखों में वही रोब और चेहरा इमोशनल लेस था

तभी सबकी निगाहें सीढ़ियों से नीचे आती अव्या पर पड़ी। उसने हल्के पीच रंग का सिंपल सूट पहना हुआ था, चेहरा उतरा हुआ था, आंखें सूजी हुई थीं और दाहिने हाथ पर पट्टी बंधी थी, जिसे उसने चुन्नी से ढकने की कोशिश की थी। वो बेहद शांत और धीमी चाल से डाइनिंग टेबल की ओर बढ़ी।

अनिका ने जैसे ही उसकी हालत देखी, उसके चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आईं।

"अव्या बेटा, तुम्हारा हाथ… ये क्या हुआ?" अनिका ने उसके करीब जाकर पूछा।

अव्या ने जबरन मुस्कराने की कोशिश की, “कुछ नहीं आंटी… बस नींद में गिर गई थी।”तो चूड़ियां चुभ गई।

रेवांश, जो पहले से ही कुर्सी पर बैठा था, बिना उसकी तरफ देखे ठंडे लहजे में बोला, “हां, ये  गिरने में माहिर है।”

राजेश ने बात का रुख बदलते हुए कहा, “चलो, बैठो सब और नाश्ता करो।”

सबने धीरे-धीरे कुर्सियाँ खींची, लेकिन माहौल में सन्नाटा था। अव्या ने कोशिश की कि वो अपने हाथ का दर्द छुपाए, पर जब उसने पराठा उठाने की कोशिश की, उसके मुंह से हल्की चीख निकल गई।

रेवांश ने उसकी तरफ देख कर कान में फुसफुसाते हुए कहा, “ड्रामा मत करो।”

जिसे सुनने के बाद आवय की आंख भर आई।

सभी अपना ब्रेकफास्ट शांति से खतम कर रहे थे की रेवांश ने उठते हुए कहा ", एक और बात डैड आज में और मेरी वाइफ हनीमून के लिए जाने वाले है ।

सबकी नज़रें रेवांश की ओर मुड़ गईं।

अव्या ने हैरान होकर उसकी तरफ देखा, उसकी आंखों में डर और असमंजस एक साथ झलक रहे थे।

"क्या कहा तुमने?" राजेश ने चौंकते हुए पूछा।

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