advik ka care karna

रात के 8 बज रहे थे,

नैना धीरे धीरे अपनी आंखे खोलती है। उसे अपने शरीर में  दर्द महसूस होता है। वो उठ कर बैठने की कोशिश करती है ।तभी उसके मुंह से दर्द वाली चीख निकल गई

" आह्ह्ह्ह मेरा पैर"  नैना का हाथ अपने पैर पर चला गया जहां बैंडेज बंधा था।

तभी  वो नज़र उठाकर देखती है कि वो एक कमरे में है। जो ना ज्यादा  बड़ा है ना छोटा । उस कमरे का कलर ग्रे था। साइड में खिड़की थी।  जिसे बाहर देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है की अब अंधेरा हो चुका है।

नैना  कन्फ्यूज होते हुए धीरे से बोली " मैं हूं कहा ? और ये कोन सी जगह है ? मेरा तो एक्सीडेंट हुआ था। फिर आह्ह्ह्ह्ह  " कहते हुए नैना को फिर से अपने पैर में दर्द महसूस हुआ।

तभी उस कमरे का दरवाजा खुलता है।

" तुम उठ गई ब्यूटीफुल " कहते हुए advik नैना के पास आकर बैठ गया।

नैना ने जैसे ही उस आवाज की तरफ़ देखा । उसकी आंखें बड़ी हो गई।

रोड क्रॉस करते वक्त नैना का एक्सीडेंट advik की गाड़ी से हो गया थे जिसकी वजह से उसके पैर में ज्यादा चोट नहीं आई थी । बस मौच आई थी। घबराहट के मारे नैना बेहोश हो गई और advik उसे फॉर्महाउस ले आया । जहां वो अभी रह रहा है

उसके मुंह से तेज़ आवाज़ से  निकला " आप  यहां" कहते हुए  वो advik को देखने लगी। जो  उसका पैर देख रहा था  । जिस पर सूजन आ गई थी।

" हां मैं , तुम तो ऐसे चिल्ला रही हो ,  जैसे भूत  देख लिया हो "  बोलते हुए advik ने नैना को देखा

Advik की बात सुन नैना झट से बोली "नहीं नहीं भूत नहीं, आपको अचानक से देखा तो " नैना ने अपनी आंख बन्द करली। क्योंकि advik ने नैना के पैर को हल्का सा  छुआ था।

"दर्द हो रहा है " advik  फिक्र करते हुए बोला ।

"हां बहुत" बोलते हुए नैना छोटे बच्चे के तरह रोनी  सी शक्ल बनाने लगी।

जिससे advik के चेहरे पर स्माइल आ गई ।

"हम्मम, मैं दुबारा  स्प्रे कर देता हूं,  इसके बाद तुम पैन किलर खा लेना " कहता हुआ advik ने  साइड टेबल पर रखी मेडिकल किट को उठाया । और वापिस नैना के पास  आकर बैठ गया।

"आप स्प्रे करोगे " नैना ने धीरे से बोला

हां, ब्यूटीफुल मेरे अलावा और कोई दिख रहा है तुम्हे , तो ऑफकोर्स में ही करूंगा "advik ने उसकी आंखों में देखते हुए बोला

Advik को अपनी तरफ देखने से नैना की दिल की धड़कन तेज हो गई। उस ने जल्दी से अपनी नज़र नीचे कर ली। ताकि advik उसे देख ना पाए।

पर ना जाने क्यों नैना advik को मना नहीं कर पाई।

ये दूसरी बार था जब नैना advik से मिल रही थी। वो advik जानती ही कितना थी ।उसके लिए तो advik अजनबी था । पर फिर भी उसे advik का यूं करीब आना । उसकी आंखों में देखना , । नैना को अच्छा लगता था।

नैना advik के खयालों में गुम थी। की तभी उसके कानों में advik की आवाज आई ।

"ब्यूटीफुल  दर्द   हो तो बताना " कहते हुए advik बैंडेज को खोलने लगा।

Advik धीरे से  बैंडेज को नैना के  पैर से अलग कर रहा था। उसका पूरा ध्यान नैना के पैर पर था कि उसे दर्द बिल्कुल भी ना । तो वहीं नैना की नजर सिर्फ advik पर ।

"ब्यूटीफुल मुझे फुरसत से बाद में देख लेना अभी अपनी आंखे बाद करो । मैं स्प्रे कर रहा हूं " कहता हुआ advik ने स्प्रे अपने हाथ में ले लिया।

Advik की बात सुन नैना को शर्म आ गई। उसके गाल लाल हो गए।  उसने झट से अपनी आंख बंद कर ली।

थोड़ी देर में advik ने  बैंडेज कर दिया।   फिर वो उठकर वाशरूम चला गया।

Advik के वाशरूम जाते ही नैना ने राहत की सांस ली ।

"नैना तू भी ना  पागल है । ऐसे कोन ताड़ता है। किया सोचा रहा होगा । नहीं सोच रहे होंगे ।मेरे बारे में " कहते हुए नैना खुद से बडबडा रही थी। साथ में उसे चेहरे पर स्माइल थी।

थोड़ी देर में,

Advik वाशरूम से बाहर आकर देखता है की। नैना बेड का सहारा लेकर बैठना चाहती है। पर दर्द की वजह से वो खिसक नही पा रही थी।

"ब्यूटीफुल  तुम्हारे पैर में मोच आई है राइट । उस पर ज्यादा प्रेशर मत दो । मुझे बोल देते मैं हेल्प कर देता "  कहता हुआ advik नैना के पास आ गया।

नैना झट से " आप वाशरूम गए थे । तो मैने सोचा की मैं खुद" बोलते हुए नैना का दिल धक धक करने लगा । क्योंकि advik नैना के करीब आ गया था।

Advik को अपने यूं करीब देख नैना ने थूक गटक लिया। उसे advik की गर्म सांसे अपने कान पर साफ साफ  महसूस  हो रही थी। Advik का हाथ नैना की पीठ के पीछे था। वो पिलो को सही करने लगा।

Advik के बदन से आ रही deo की खुशबू नैना को पागल कर रही थी। उसका दिल भटक रहा था।

पता नही नैना को की सूछा वो अपने होठ advik के गाल को छूने वाली थी की

"अब ठीक है , तुम  आराम से बैठो" बोलकर आरव उठा ही था। की  उसकी शर्ट का बटन नैना के गले में लटके लॉकेट में अटक गया।

जिससे  वो नैना के ऊपर झुक गया।  दोनों की nose आपस में टच हो रही थी। Advik के ठंडे हाथ  नैना के गर्म हाथों के ऊपर थे। उन दोनो के होंठ टच हो रहे थे। नैना और advik दोनों एक दूसरे की गर्म सांसे को महसूस कर पा रहे थे।

पूरे कमरे में शांति थी। की तभी उस शान्ति को चीरते हुए advik का फोन bj उठा।

जिससे वो दोनों होश में आए। नैना का तो पूरा शरीर गर्म हो गया था। उसने झट से अपना  लॉकेट  निकाला। और नजर दूसरी तरफ कर ली। उसकी दिल की धड़कन अभी भी तेज थी।

Advik ने बिना किसी भाव के फोन उठाया । और कमरे से बाहर चला गया।

उसके कमरे के बाहर जाते ही नैना ने अपने सीने में हाथ रख लिया "shit किया हो रहा है मुझे । अगर फोन नही बजता तो अभी हमारी किस " कहते हुए नैना गहरी सांसे लेने लगी।

फिर उसने अपना सिर headrest पर टिकाया और अपनी आंखें बंद कर ली।

Hi friends I hope aapko Aaj ka chapter acha laga । Please support my novel।

Milte hai next part mein bye

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